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अगर पाना चाहते हैं माता लक्ष्मी की कृपा तो जरूर धारण करें ये रुद्राक्ष

"रुद्राक्ष" आप सभी ने रुद्राक्ष के बारे में पढा या सुना जरूर होगा। कहते हैं रुद्राक्ष भगवान शिव शंकर के आँशुओं से उत्पन्न हुआ है।पौराणिक मान्यताओं के आधार पर ये कहना बिल्कुल गलत नही होगा कि रुद्राक्ष धारण करते ही मनुष्य के जीवन मे नकारात्मकता का अंत और सकारात्मकता का संचार होने लगता है। रुद्राक्ष मुख्यतः नेपाल में अथवा उत्तराखंड के कुछ पर्वतीय भागों में पाया जाता है। यहां रुद्राक्ष के पेड़ बड़ी आसानी से आपको देखने को मिल जायेंगे।









शिव महापुराण में भी रुद्राक्ष के प्रकारों और उनसे होने वाले चमत्कारों के बारे में लिखा हुआ है। इसमे वर्णित सभी रुद्राक्ष बेहद प्रभावशाली हैं। आइये जानते हैं दो खास रुद्राक्षों के बारे में.....


एकमुखी रुद्राक्ष:- वैसे तो एकमुखी रुद्राक्ष मिलना बेहद मुश्किल होता है। फिर भी जिसके पास एकमुखी रुद्राक्ष होता है उसके घर मे माता लक्ष्मी स्थाई निवास करती है। और उस मनुष्य के जीवन मे आर्थिक समस्या का कोई स्थान नही रह जाता। एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले मनुष्य के जीवन मे धन धान्य की कोई कमी नही होती और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा उस पर बनी रहती है।


सातमुखी रुद्राक्ष:- एकमुखी रुद्राक्ष की तरह ही सातमुखी रुद्राक्ष को भी साक्षात माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है इसे धारण करने वाले मनुष्य पर भगवान शिव के साथ साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है। इसे धारण करने वाले मनुष्य के जीवन मे धनागमन के नए स्त्रोत खुलने लगते हैं। साथ ही घर मे सुख संपन्नता निवास करने लगती है।


नोट: रुद्राक्ष की बेहद मांग के चलते कई जगह नकली रुद्राक्ष को असली बताकर लोगों के साथ ठगी की जाती है इसलिये रुद्राक्ष खरीदने से पहले उसकी पूर्णतः जांच अवश्य करें। साथ ही रुद्राक्ष धारण करने से पहले किसी योग्य ब्राह्मण से सलाह जरूर लें।

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